Gujarat Palitana Non Veg Ban : पालीताना गुजरात के भावनगर जिले का एक मात्र जैन धार्मिक पर्यटक स्थल है जहा पर आपको केवल गुजराती भोजन मिलने वाला है, यहाँ पर नॉन-वेज़ भोजन पर पूरी तरह से पाबंदी है क्यों की यह एक जैन मंदिर का एक पवित्र धाम है।
पालीताना शहर मुख्य रूप से जैन लोगो का एक प्रमुख तीर्थ धाम है, पालीताना के सत्रुंजई पहाड़ियां को पहले पुंडरीकगिरी नाम से भी जाना जाता था यह समुद्र तल से 164 फिट की उचाई पर और शेत्रुंजी नदी के तट पर बसी हुवी जैन लोगो का प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। यह पहाड़ियां माउंटआबू, गिरनार और अन्य पहाड़ियां से जुलती मिलती हैं।
जैन लोगो की यह पालीताना शहर में बसेल सेत्रुंजय पहाड़ी पर 865 जैन मंदिर स्थापित किये गये है, माना जाता हैं की इस पहाड़ी की चोटी पर पहले तीर्थकर ऋषभ ने यहाँ पर उपदेश लिया यह उस वजह से तबसे यह पालीताना की पहाड़ियां पवित्र है उस वजह से यह पालीताना के सेत्रुंजय पहाड़ी पर बचे तीर्थ जैन लोगो के लिए पवित्र धाम हैं।
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Gujarat Palitana Non Veg Ban
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे पहला शहर पालीताना (Palitana)जहां पर नॉनवेज पर प्रतिबंध है अब यहां पर नॉनवेज की बिक्री गैरकानूनी है यह करने के लिए जैन भिक्षु काफी समय से नॉनवेज भोजन पालीताना में बंध करने के लिए मांग कर रहे थे और यहां नॉनवेज को बंध करने के लिए करीब 200 से अधिक जैन भिक्षु और कई लोगो के द्वारा रैली के माध्यम से नॉनवेज पर प्रतिबंध लाने के लिए कार्य किया था।
नॉनवेज बंद करने का जैन भिक्षु का मुख्य उद्देश्य यह था कि पालीताना क्षेत्र जैन लोगो का एक पवित्र स्थल है उसे वजह से यहां पर नॉनवेज बिक्री नहीं होनी चाहिए लेकिन काफी वक्त और समय गुजारने के बाद प्रशासन के द्वारा उनकी मांग को कबूल गया और यहां पर पूरी तरह से नॉनवेज पर प्रतिबंध किया गया
मुख्य रूप से पालीताना (Palitana) में 865 से भी ज्यादा जैन मंदिर है जिनमें से आदिनाथ मंदिर सबसे अधिक प्रसिद्ध है और लोगों के लिए और जैन लोगो के लिए एक आकर्षित का केंद्र और धार्मिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसे यहाँ पर पूरी तरह से नॉनवेज का क़ानूनी रूप से प्रतिबंध हैं।
पालीताना का इतिहास
पालीताना (Palitana) भारत के गुजरात राज्य में भावनगर जिले से करीब 60 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थित है यह एक विशाल जैन धर्म का तीर्थ स्थान भी है यहां पर मुख्य रूप से आपको मंदिर और मूर्तियां में सफेद संगेमरमर पत्थर का उपयोग किया गया जो देखने में बेहद ज्यादा खूबसूरत और सुंदर दीखता है और स्थापत्य कला का एक अदभुत स्थान हैं।
पालीताना (Palitana) में सेत्रुंजय पर बेस जैन मंदिर का निर्माण करीब 11 वीं शताब्दी में निर्माण करने के लिए चालू किया गया था यहाँ पर करीब 900 से भी अधिक मंदिर का निर्माण किया गया है और यहाँ के जैन मंदिर पूरे भारत में सबसे ज्यादा मंदिर हैं।
पालीताना (Palitana) के जैन देरासर में मुख्य और प्रथम मंदिर में तीर्थकर भगवान ऋषभदेव का है यह स्थापत्य कला का एक अदभुत नमूना है जैन देरासर में क्यों की यह मंदिर देखने में बेहद जयादा आकर्षित है उसके अलावा पूजा के दौरान यहाँ भगवान का सोंगर देखने में बेहद जयादा आकर्षित होता हैं, अगर जैन मंदिर की बात की जाये तो यहाँ पर करीब 865 से अधिक केवल जैन मंदिर हैं।
पालीताना शहर के रोचक तथ्य
पालीताना (Palitana) शहर गुजरात के खूबसूरत शहर में से है यहाँ पर आपको जैन मंदिर के अलावा कई तरह के रोचक तथ्य देखने को मिलता है इस वजह से इतना ज्यादा प्रसिद्ध हैं।
- पालीताना गुजरात के सबसे ज्यादा जैन मंदिर में से एक हैं यहाँ पर 900 से अधिक मंदिर सेत्रुंजय पर्वत पर हैं
- पालीताना दुनिया का एक शहर है जहा पर नॉनवेज पर पूरी तरह से पाबंदी हैं।
- पालीताना पहाड़ी सेत्रुंजय पर्वत पर जैन देरासर है वह पर संध्या के बाद किसी भी यात्री को रहने नहीं दिया जाता है।
पालीताना के मुख्य आकर्षण केंद्र
पालीताना (Palitana) में और इसके आसपास कई सारे तीर्थ धाम और बेहद सुंदर कई सारी जगह हैं जिनको आपको देखना चाहिए तो आये देखते है पालीताना में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले कुछ प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के बारे में।
शत्रुंजय पर्वत पालीताना
पालीताना (Palitana) का शत्रुंजय पर्वत जैन मंदिर और जैन लोगो का एक प्रमुख स्थान है, यहाँ पर्वतमाला पर आपको जाने के लिए करीब 3500 से अधिक चिडिया आपको चढ़के जैन तीर्थ धाम और जैन देरासर का आओ दर्शन कर सकते हो, और यह यात्रा के दौरान आपको बेहद ज्यादा आनंद मिलने वाला है क्यों की चढ़ाई के दौरान आपको काफी सुंदर नजारा दिखने वाला हैं।
पालीताना (Palitana) का शत्रुंजय पर्वत पर आपको करीब 865 से अधिक जैन मंदिर और उसके अलावा अन्य मंदिर के साथ यहाँ पर आपको करीब 900 से अधिक मंदिर देखने को मिलता है जो वास्तुकला और स्थापत्य कला का एक अदभुत नमूना है यहाँ के मंदिर में संगेमरमर पथरो का उपयोग किया गया है मंदिर का निर्माण करने के लिए।
भगवान आदिनाथ का मंदिर
भगवान आदिनाथ का मंदिर प्रथम मंदिर माना जाता है यह मंदिर सब मंदिर में से सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं, भगवान आदिनाथ के मंदिर को स्वर्णिम शिखर वाला मंदिर भी कहा जाता है यह मंदिर की वास्तुकला बेहद ज्यादा भव्य और सुंदर हैं जिन में मुख्य रूप से इन्ट्रिकट कार्विंग और स्कल्पचर शामिल हैं।
सेत्रुंजय बांध पालीताना
सेत्रुंजय बांध भावनगर और पालीताना का सबसे बड़ा बंध है यह बांध सेत्रुंजय पहाड़ी पर से बेहद ज्यादा खूबसूरत दीखता हैं, यह बांध नानी राजथली के पास स्थापित किया गया है और इस योजना का मुख्य उदेश्य 35,000 हेक्टर भूमि को कृषि के लिए पानी प्रदान करना हैं उसके अलावा यह बांध भावनगर कई इलाकों के लिए पिने का पानी का प्रबंध करता हैं।
पालीताना संग्रहालय
पालीताना शहर में आपको एक जैन लोगो के द्वारा स्थापित किया हुवा संग्रहालय भी देखने को मिलता है, यह संग्रहालय में आपको पौराणिक कलाकृति के अलावा कई तरह के पौराणिक अवशेष देखने को मिलता है, अगर आप पालीताना पहाड़ी की मुलाकात लेते हे तो इसे देखना मत भूलना यह जैसे आप जैन देरासर के लिए यात्रा चालू करते है तो आपको रस्ते में ही मिलेगा।
पालीताना (Palitana) में कैसे पहुंचें
पालीताना (Palitana) में मुख्य रूप से हवाई मार्ग रेल मार्ग और सड़क मार्ग के माध्यम से यात्रा करने के लिए जा सकते हो हवाई मार्ग से यात्रा करने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा भावनगर है जो पालीताना से लगभग 60 कमी के अंतर पर है, और रेल मार्ग के माध्यम से जाने के लिए पालीताणा में रेल स्टेशन भी है जिससे आसानी से रेल मार्ग के माध्यम से पालीताणा आया जा सकता है।
उसके अलावा आप गुजरात राज्य परिवहन मार्ग की बस के माध्यम से पालीताना (Palitana) में जाया सकता है उसके अलावा यहाँ पर आपको प्राइवेट बस और वाहन मिल जाते है यह के नजदीकी प्रसिद्ध स्थलों से आप पालीताना की मुलाकात कर सकते हो
- महुवा : 75 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 1 घंटा और 28 मिनट
- तलाजा : 35 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 1 घंटा
- भावनगर : 60 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 1 घंटा और 50 मिनट
- अहमदाबाद : 214 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 4 घंटा और 26 मिनट
- राजकोट : 164 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 3 घंटा और 39 मिनट
- वड़ोदरा : 244 किमी यहां पहुंच ने का वक्त 4 घंटा और 59 मिनट
पालीताना (Palitana) में ठहर ने के लिए व्यवस्था
पालीताना में पर्यटकों के लिए ठहरने के लिए जैन धर्मशालाएं हैं उसके अलावा यहां पर होटल भी आपको आसानी से मिल जाएंगे जहां पर तीर्थ यात्री आराम से ठहर सकते हैं कई धरमशाला इन निःशुल्क या न्यूनतम सुपर सुविधा प्रदान करती है इस वजह से यात्रा के दौरान आपको पालीताना (Palitana) में ठहरने के लिए कोई समस्या नहीं होने वाली है
- जैन धर्मशाला
- होटल
- गेस्ट हाउस
पालीताना (Palitana) में भोजन की व्यवस्था
पालीताना में यात्री को के लिए जैन धर्मशालाएं हैं उसके अलावा यहां पर होटल भी आपको आसानी से मिल जाएंगे जहां पर तीर्थ यात्री आराम से ठहर सकते हैं कई धरमशाला निःशुल्क या न्यूनतम रुपया देने से आपको रहने के लिए सुविधा प्रदान करती है, इस वजह से यात्रा के दौरान आपको पालीताना में ठहर ने के लिए कोई समस्या नहीं होने वाली है।
पालीताना में सरकारी बस स्टेशन के पास एक शुद्ध गुजराती भोजन के लिए रेस्टोरेंट है वहां पर आपको स्वादिष्ट भोजन मिलने वाला है उसके अलावा अगर आप पंजाबी लसी के ज्यादा सोखिन है तो आपको यहाँ की गोपाल की लसी को जरूर से एक बार पीना चाहिए यह लसि पिने में बेहद ज्यादा स्वादिष्ट होती है।
पालीताना पहाड़ी पर चढ़ने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
यहाँ पर आपको पालीताना जैन तीर्थ का दर्शन करने के लिए जाने के लिए आपको कुछ निम्न लिखी सुझाव को दिखाया है जिसे आपको पालीताना की यात्रा के दौरान अन्य कोई समस्या का सामना न करना पड़े
- पहाड़ी पर चढ़ने के लिए आपको नरम और हलके कपड़े और जूते पहनना चाहिए जिससे आपके पैरों में दर्द और शरीर में थकान की समस्या ना हो
- पालीताना पर्वत पर प्लास्टिक का उपयोग करना प्रतिबंधित है इसलिए यहां पर आपको प्लास्टिक की चीज लेके नहीं जा सकते हो और यह हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखने का एक पालीताना की तरफ से एक महत्वपूर्ण निर्णय हैं
- पर्वत पर नॉनवेज और अन्य अपवित्र चीजे ले जाना बिलकुल ही प्रतिबंधित है उसे वजह से यहां पर आप कोई भी ऐसी अपवित्र चीज लेकर नहीं जा सकते हों जिनका आपको बड़े शिस्टा से पालन करना हैं।
- पर्वत की चढ़ाई करते वक्त आपको अपने साथ पानी और हल्का सा नाश्ता रखना चाहिए जिससे भूख लगने पर और पानी की प्यास लगने पर आप इनका उपयोग कर सके।
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने Gujarat Palitana Non Veg Ban क्यों है उसके अलावा पालीताना में पर्यटक के लिए क्या काया है और पालीताना में यात्रा के लिए लोग कैसे आ सकते है और यहाँ पर रहने के साथ-साथ भोजन की कैसे व्यवस्था हो सकती है उसके बारे में आपको विस्तृत में जानकारी प्रदान की है।
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FAQ
भारत का कौनसा पहला शहर है जाना पर नॉन-वेज़ पर पाबंदी हैं?
भारत का एक मात्र पालीताना शहर हैं जो एक गुजरात के भावनगर जिले में स्थित है जहाँ पर नॉन-वेज़ पर पूरी तरह से क़ानूनी रूप से पाबंदी हैं
पालीताना शहर किस लिए प्रसिद्ध हैं?
पालीताना शहर जैन मंदिर के लिए लोक प्रसिद्ध है, यहाँ पर 865 जैन मंदिर और सरे मंदिर मिलके 900 से अधिक मंदिर है यहाँ पर
सेत्रुंजय पर्वत किस लिए प्रसिद्ध हैं?
सेत्रुंजय पर्वत भावनगर जिले के पालीताना शहर में बसा हुवा एक पहाड़ी है यह मुख्य रूप से जैन लोगो का एक पवित्र तीर्थ स्थान हैं।