Somnath Ke Aas Paas Ghumne Ki Jagah : सोमनाथ धार्मिक दृष्टि से बेहद ज्यादा लोग प्रसिद्ध स्थल है, यह गुजरात राज्य में स्थित है, सोमनाथ मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है लेकिन सोमनाथ केवल मंदिर और धार्मिक स्थलों तक ही सीमित नहीं है, इसके आसपास कई ऐसे अद्भुत जगह है जो आपकी यात्रा को यादगार बना सकते है। इस पोस्ट में हम आपको सोमनाथ के आसपास घूमने की प्रमुख जगह के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
सोमनाथ (Somnath) का इतिहास संक्षिप्त जानकारी
सोमनाथ (Somnath) मंदिर भारत के गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित हैं, सोमनाथ में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर हैं, यह भगवान शिव का मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता हैं, सोमनाथ मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन और गौरवशाली है लकिन यह मंदिर कई आक्रमणों और पुनर्निर्माण का जीता जागता उदहारण माना जाता हैं।
प्राचीन इतिहास की बात करे तो सोमनाथ का अर्थ होता हैं सोम के स्वामी और सोम चन्द्रमा का देवता माना जाता है, यहाँ पर मान्यता हैं की चंद्रमा ने भगवान शिव की तपस्या करके उन्हें प्रसन्न किया और उनकी कृपा से श्रापमुक्त हुए उस वजह से प्राचीन समय से इस मंदिर को ज्योतिर्लिंग में माना जाता है और हिंदू लोगो के लिए एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता हैं।
सोमनाथ (Somnath) मंदिर पर आक्रमण की बात करे तो 1024 ई में सबसे पहले आक्रमण महमद गजनी ने किया था और उन्होंने मंदिर की सारी संपत्ति और मंदिर को नष्ट कर दिया था, उसके बाद मंदिर का कई बार पुनः निर्माण किया गया था, लकिन यह सोमनाथ के मंदिर को कई बार आक्रमणकारियों के द्वारा नष्ट किया गया था उसके अलावा अलाउदीन खिलजी, मुग़ल सम्राट ओरंगजेब जैसे कई शासकों ने मंदिर पर आक्रमण किया गया था
आधुनिक इतिहास की बात करे तो सोमनाथ (Somnath) मंदिर का पुनर्निर्माण भारत के आजादी के बाद करीब 1951 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के हस्त मंदिर का उद्घाटन किया गया था और सोमनाथ (Somnath) मंदिर के पुनर्निर्माण सरदार वलभभाई पटेल की वजह से पुनर्निर्माण हो पाया था और उन्होंने हमारे प्राचीन गौरव और पौराणिक मंदिर को वापस देने का शुभ कार्य किया था।
Table of Contents
Somnath Ke Aas Paas Ghumne Ki Jagah | सोमनाथ के आस-पास घूमने की जग़ह
यहाँ पर हम आपको सोमनाथ की प्रसिद्ध जगह और सोमनाथ के आस-पास घूमने की जग़ह के बारे में विस्तृत में जानकारी प्रदान करने वाले है, उसके अलावा सोमनाथ (Somnath) के आस-पास घूमने की जगह की आपको सारी जानकारी देने वाले है और उनका पौराणिक इतिहास और उनका महत्त्व क्या है वो सारी जानकारी हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको प्रदान करने वाले हैं।
सोमनाथ मंदिर
जैसे की हमने देखा सोमनाथ (Somnath) के प्राचीन इतिहास में सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित किया गया है और यह भगवान शिव का मंदिर 12 ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है, उस वजह से यह सोमनाथ का मंदिर हिन्दू लोगो के लिए एक बेहद ज्यादा आकर्षित और धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है।
सोमनाथ (Somnath) मंदिर की विशेषता की बात करे तो मंदिर में एक अवरोध द्वार है जो यहाँ दर्शाता है की इस बिंदु से दक्षिण घ्रुव तक कोई भूमि नहीं हैं, मंदिर की धार्मिकता की बात करे तो यहाँ पर साल में लाखो भक्त भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं, यहाँ पर ज्यादा भक्तो की भीड़ आपको शिवरात्रि और कार्तिक पूर्णिमा के दौरान ज़्यादा देखने को मिल सकती हैं।
- दर्शन कर ने का समय : सुबह के 6 वजे से रात के 10 बजे तक
- स्थान : सोमनाथ मंदिर रोड, सोमनाथ प्रभास पाटन, गुजरात-362268
- संपर्क नंबर : 09428214914
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
सोमनाथ बीच
सोमनाथ (Somnath) बीच गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है यहां बीच मंदिर के पास ही स्थित है और सोमनाथ देश खूबसूरत समुद्र तट है उसे वजह से पर्यटकों और श्रद्धालु के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है समुद्र के लिए है और आवाज प्राकृतिक सुंदरता और शान टी वातावरण और सुकून प्रदान करने का काम करता है।
सोमनाथ बीच की प्राकृतिक सौंदर्यता की बात करें तो यहां पर आपको साफ सुथरा वातावरण सुनहरी रेत और नीले कलर का खूबसूरत समुद्र और पानी देखने को मिलता है यह समुद्र तट सूर्यास्त और सूर्योदय के दौरान बेहद ज्यादा सुंदर और आकर्षण का केंद्र बनता हैं।
सोमनाथ बीच सोमनाथ (Somnath) मंदिर के पास स्थित है उस वजह से भक्त दर्शन करने के बाद यहां सोमनाथ बीच पर समुद्र तट पर अपना समय बिताने के लिए आते हैं यहां पर मनोरंजन के लिए ऊंट, घोड़े की सवारी का मजा लिया जाता है और समुद्र तट का मजा लिया जा सकता हैं।
इसके अलावा सोमनाथ (Somnath) बीच पर कहीं दुकान और स्टॉल है जहां पर आपको भोजन के लिए गुजराती व्यंजन और उसके अलावा खरीदने के लिए श्रुति सिन्हा जैसे कोई चीज है यहां पर आपको सोमनाथ बीच पर मिल जाते हैं जिसे यहाँ आपको पीने के पानी और भोजन के लिए कोई समस्या होने वाली नहीं हैं।
यह सोमनाथ (Somnath) बीच परिवार के साथ और फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध और लोगों को प्रसूत करने वाला समुद्र तट है यहां पर आप बच्चों के साथ और अपने परिवार के साथ समुद्र की ठंडी हवा और शांत माहौल का आरामदायक मजा ले सकते हो उसके अलावा फोटोग्राफी का भी यहां मजा लिया जा सकता है।
सोमनाथ (Somnath) बीच पर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच माना जाता है क्योंकि अक्टूबर से मार्च के बीच यहां का मौसम ठंडा होता है जिससे आपको ज्यादा गर्मी थी समस्या नहीं होती है क्योंकि गर्मियों के दौरान यहां का तापमान थोड़ा अधिक हो जाता है।
श्री भीड भंजन महादेव मंदिर
श्री भीड़ भंजन मंदिर सोमनाथ (Somnath) के पवित्र क्षेत्र में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर हैं जो भगवान शिव को समर्पित किया गया हैं, श्री भीड़ भंजन मंदिर सोमनाथ मंदिर के पास स्थित हैं और श्री भीड़ भंजन मंदिर को ऐतिहासिक और धार्मिक दृस्टि से बेहद ज़्यादा महत्वपूर्ण माना जाता हैं। भीड़ भंजन का मतलब हैं संकट को दूर करने वाला और इस मंदिर की मान्यता हैं की भगवान शिव भक्तो के कष्टों और संकटो दूर करता हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार श्री भीड़ भंजन मंदिर भगवान शिव का एक रूप माना जाता है, उस वजह से भक्त यहाँ पर अपनी समस्याओं, कठिनायों और संकट की मुक्ति पाने के लिए यहां प्रार्थना करने के लिए आते हैं, उसके अलावा श्री भीड़ भंजन मंदिर पारंपरिक हिंदू स्थापत्य शैली से बनाया हुवा है, मंदिर छोटा है लकिन धार्मिक नजरिये से बेहद बड़ा हैं।
श्री भीड़ भंजन मंदिर में शिवलिंग स्थापित होने की वजह से यहाँ पर भकत फूल, जल और बेलीपत्र चढ़ाकर पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि के दौरान यहाँ पर विशेष पूजा और अर्चना और भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है और भक्तो की भारी भीड़ उमढ़ती हैं।
श्री भीड़ भंजन मंदिर तक पहुंच ने के लिए सोमनाथ मंदिर से पैदल भी जाया जा सकता है, उसके अलावा वेरावल रेलवे स्टेशन से यह स्थान लगभग 7 से 8 किमी की दुरी पर स्थित हैं।
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर सोमनाथ मंदिर के पास स्थित हैं, श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर धार्मिक और पर्यटन का मुख्य केंद्र है यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री लक्ष्मीनारायण को समर्पित किया गया है उस वजह से यहाँ पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं यह मंदिर अपनी भव्यता और वास्तुकला और धार्मिक महत्त्व होने की वजह से ज्यादा प्रसिद्ध हैं।
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का दर्शन करने के लिए लोग अक्षर सोमनाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद आते हैं इस मंदिर में पूजा-अर्चना करना सुभ माना जाता हैं यहाँ भगवान विष्णु की पूजा जीवन में संतुलन और समृद्धि लाने के लिए की जाती हैं, यहाँ मंदिर द्वारका की स्थापत्य शैली से बनाया हुवा हैं। मंदिर का मुख्य आकर्षण मंदिर की भव्य संरचना और दीवारों पर महाभारत के दर्शय बनाई हुवे हैं।
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में मुख्य धार्मिक उत्सव में दीपावली त्यौहार में सजाया जाता हैं और यहाँ पर माता लक्ष्मी की विशेष पूजा होती हैं भगवान विष्णु से जुड़े विशेष अवसरों में पूजा की जाती हैं उसके अलावा वैष्णव पर्व पर यहाँ पर भजन और कीर्तन किये जाते हैं, मंदिर तक पहुंच ने के लिए आप सोमनाथ मंदिर से पैदल पंहुचा जा सकता हैं।
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
मंदिर के पास अन्य आकर्षित केंद्र
- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
- भीड़ भंजन महादेव मंदिर
- सोमनाथ बीच
- त्रिवेणी संगम
वेणेश्वर महादेव मंदिर
वेणेश्वर महादेव मंदिर में धार्मिक उत्सव में महाशिवरात्रि और श्रवण मास के दिन आपको यहाँ भारी मात्रा में भक्तो की भीड़ देखि जा सकती है, यहाँ मंदिर शांत वातावरण और प्राकृतिक हरियाली और सुंदरता के लिए जाना जाता हैं, यह मंदिर सोमनाथ (Somnath) मंदिर के पास स्थित है उस वजह से आप यहाँ तक पैदल चलके भी जा सकते हैं।
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
पंचपांडव गुफा
पंचपांडव गुफा सोमनाथ (Somnath) के पास स्थित हैं इस गुफा का संबंध महाभारत के प्रसिद्ध पात्र पांडवो से जुड़ा हुवा हैं, माना जाता है की पंचपांडव गुफा का नाम 1949 में बाबा नारायणदास ने किया था और यह गुफा को पांच पांडवो के नाम से समर्पित किया गया है, पंचपांडव गुफा एक पहाड़ी पर स्थित है उस वजह से यहां आपको आसपास के सुंदर दर्शय दिखाई देते हैं।
पंचपांडव गुफा की बनावट चट्टानों की कटाई करके बनाई हुयी है यहाँ पर आपको छोटे छोटे कमरे और एक भगवान शिव की प्रतिमा मिलती है मन जाता है की पांच पांडवो ने 13 साल के वनवास के दौरान यहाँ पर भगवान शिव की पूजा और अर्चना की थी उस वजह से यह जगह को धार्मिक दृष्टि से खास माना जाता हैं।
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
श्री परशुराम मंदिर
श्री परशुराम मंदिर सोमनाथ (Somnath) मंदिर से करीब 1 किमी के दुरी पर स्थित हैं उसके पास ही भगवान श्री राम का बेहद खूबसूरत मंदिर हैं, श्री परशुराम मंदिर जो भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम को समर्पित है और यह मंदिर त्रिवेणी संगम के पास स्थित है यह मंदिर का धार्मिक और पौराणिक महत्व अत्यधिक हैं।
पौराणिक मान्यता और कथाओ के अनुसार परशुराम जी ने अपने पिता जमदग्नि ऋषि की हत्या का प्रतिशोध लेने के बाद अपने क्रोध को शांत करने के लिए और अपने पापो का पर्यश्रित करने के लिए भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी और भगवान शिव ने उनको दर्शन दिए और उन्हें पापो से मुक्त किया था ऐसी मान्यता मानी जाती हैं।
श्री परशुराम मंदिर के पास त्रिवेणी संगम होने की वजह से यह जगह ध्यान और साधना के लिए आदर्श स्थान के रूप में माना जाता है यहाँ पर पवित्र जलाशय है और श्री परशुराम मंदिर में आपको एक अनोखा अध्याकत्मिता का एहसास होता हैं, यह मंदिर पौराणिक कथाओ और आध्यात्मिक ऊर्जा का एक अनोखा संगम हैं।
- अंतर : सोमनाथ मंदिर से 780 मीटर के आसपास
- स्थान का पता: श्री परशुराम मंदिर, श्री राम मंदिर के पीछे, सोमनाथ प्रभास पाटन, गुजरात-362268
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
गीता मंदिर
गीता मंदिर सोमनाथ मंदिर के पास स्थित है यह मंदिर एक धार्मिक स्थल भगवान कृष्ण और उनके द्वारा अर्जुन को दिए गई श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को समर्पित किया गया है, मंदिर के निर्माण की बात करे तो गीता मंदिर का निर्माण 1970 में बिड़ला परिवार के द्वारा किया गया था यह मंदिर धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व के साथ इसकी वास्तुकला और पवित्र वातावरण के लिए जाना जाता है।
गीता मंदिर का निर्माण संगमरमर के सफ़ेद पत्थर से निर्माण किया गया है जिस वजह से यह मंदिर की सुंदरता दर्शको को ज्यादा आकर्षित करता है और मंदिर की दीवारों पर भगवतगीता के 18 अध्याय के श्लोक लिखे गए है, जिसे लोगो तक भगवतगीता के संदेश और अध्ययन करने का अवसर प्रदान हों।
मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की भव्य मूर्ति स्थापित की गई है, और यह मंदिर का धार्मिक महत्त्व देखे तो यहां श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेशो को समझने में मदद करता हैं, मुख्य उत्सव की बात करे तो गीता मंदिर पर जन्मास्टमी, गीता जयंती के दौरान यहाँ पर विषेश रूप से पूजा और उत्सव को मनाया जाता है।
- दुरी : गीता मंदिर सोमनाथ मंदिर के करीब हैं त्रिवेणी संगम के पास
- स्थान : गीता मंदिर, सोमनाथ प्रभास पाटन, गुजरात-362268
- यात्रा सुझाव : धार्मिक स्थल
साणा गुफाएँ
साना गुफाएँ प्राचीन बौद्ध मढ़ो और मंदिरो के आवेश का समूह हैं यहाँ पर 62 साना गुफाएँ मिलकर एक समूह बनाते है, जिनका निर्माण मुख्य रूप से दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में आरंभ हुआ था ऐसा माना जाता हैं। साना गुफाएँ का समूह गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उना तालुका में स्थित है और सोमनाथ मंदिर से इसकी दुरी कारबी 80 किमी के आसपास हैं।
साना गुफाएँ साना डूंगर की पहाड़ी पर स्थित है उस वजह से यहाँ का नजारा बेहद आकर्षक मन जाता हैं इस गुफाओ में वास्तुकला की जलक मिलती है पर पुरातत्व में रुचि रखने वाले लोगो के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है, सोमनाथ मंदिर से साना गुफाएँ पहोच ने के लिए सड़क मार्ग की व्यवस्था है करीब 2 घंटे के सफर के बाद आप साना गुफाएँ तक पहुँच सकते हैं।
- स्थान का पता : साना डूंगर, उना, गिर सोमनाथ, गुजरात
- समय : सुबह के 6 बजह से शाम के 6 बजे तक
- यात्रा सुझाव : पाहडी होने की वजह से हलके कपडे और जुटे पहने
कामनाथ महादेव मंदिर
कामनाथ महादेव मंदिर सोमनाथ में स्थित है यह मंदिर सोमनाथ (Somnath) मंदिर के करीब त्रिवेणी संगम घाट और पंचपांडव गुफा के कारबी है, कामनाथ महादेव मंदिर का इतिहास की बात करे तो यह मंदिर लगभग 200 वर्ष पूर्व राजा मयूरध्वज के द्वारा यह मंदिर का निर्माण करवाया गया था ऐसा मन जाता है, कामनाथ महादेव मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक पवित्र मंदिर हैं।
कामनाथ महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित किया गया है, कामनाथ महादेव मंदिर के परिसर में दूधिया तलाव नामक एक पवित्र तालाब है जिसे महादेव का कुंड भी कहा जाता है, और पौराणिक मान्यता के अनुसार माना जाता है की महादेव के इस कुंड में राजा मयूरध्वज ने यहाँ पर स्नान करके अपने कुष्ठ रोगो से मुकि पाई थी उस वजह से आज भी यहाँ पर भक्त तालाब में डुबकी लगाकर रोगो से मुक्ति पाने के लिए कामना करते हैं।
- जगह का पता : कामनाथ महादेव मंदिर, त्रिवेणी संगम सोमनाथ, गुजरात
- दर्शन करने का समय : सुब 6 बज से शाम के 6 बजे तक
- स्थल का प्रकार : धार्मिक स्थल
- दर्शन शुल्क : शून्य
भालका तीर्थ मंदिर
भालका तीर्थ मंदिर सौराष्ट्र के वेरावल क्षेत्र में स्थित है, यह मंदिर सोमनाथ (Somnath) मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है, भालका तीर्थ मंदिर का धार्मिक महत्त्व देखे तो माना जाता है की भगवान श्री कृष्ण ने यहाँ पर अपनी लीला की समाप्ति की थी पौराणिक कथाओ के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण यहाँ पर विश्राम किया करते थे।
भालका तीर्थ मंदिर को महाप्रभुजी के बैठक के स्थान के रूप में भी जाना जाता हैं उस वजह से यहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण को अर्ध-विश्राम मुद्रा में मूर्ति को स्थापित किया गया हैं उसके अलावा इस मंदिर के सामने तुलसी का पौधा भगवान के सामने लगाया गया हैं।
- स्थल का पता : भालका तीर्थ मंदिर, वेरावल क्षेत्र, गिर सोमनाथ, गुजरात
- दर्शन का समय : सुबह 6 बजह से रात के 10 बजे तक
- स्थल का प्रकार : धार्मिक स्थल
- दर्शन शुल्क : शून्य
त्रिवेणी संगम घाट
त्रिवेणी संगम घाट हिंदू धार्मिक दृस्टि से एक पवित्र स्थल माना जाता है क्यों की यह तीन पवित्र नदियों का संगम स्थान है हरणी, कपिला और सरस्वती का संगम होता है और अरब सागर में मिल जाती है, त्रिवेणी संगम घाट सोमनाथ (Somnath) मंदिर के पास स्थित हैं, त्रिवेणी संगम का उल्लेख रामायण, महाभारत और अन्य पौराणो में मिलता हैं।
धार्मिक दृस्टि से देखे तो माना जाता है की भगवान श्रीकृष्ण ने अपने अंतिम जीवन के क्षणों के दौरान यह स्थान का दौरा किया था, उस वजह से यह स्थान को हिंदू धर्म में जयदा पवित्र माना जाता है, और यह पर यह भी मान्यता हे की यहाँ पर स्नान करने से पापो का नाश होता है उस वजह से लोग यहाँ पर स्नान करने के लिए आते हैं।
- स्थल का पता : त्रिवेणी संगम घाट, सोमनाथ मंदिर के करीब, सोमनाथ, गुजरात
- दर्शन का समय : सुबह 6 बजह से शाम के 6 बजे तक
- स्थल का प्रकार : धार्मिक स्थल, झील संगम स्थान
- दर्शन शुल्क : शून्य
प्रभास पाटण संग्रहालय
प्रभास पाटण संग्रहालय गुजरात के सोमनाथ (Somnath) में स्थित एक प्रमुख पुरातात्विक संग्रहालय है, और प्रभास पाटण संग्रहालय सोमनाथ (Somnath) के मुख्य मंदिर से करीब 300 मीटर की दूसरी पर स्थित है और यह संग्रहालय सड़क के बगल में ही स्थित हैं, प्रभास पाटण संग्रहालय की स्थापना की बात करे तो इस संग्रहालय को 1951 में स्थापित किया गया था।
प्रभास पाटण संग्रहालय में 3500 से अधिक वस्तुए जैसे की मुर्तिया, शिलालेख, पुराने सिक्के, कुछ समुद्र शिप और प्राचीन मिट्टी के बर्तन जैसी कई पौराणिक वस्तु को इस संग्रहालय में रखा गया हैं उस वजह से इस पुरातात्विक संग्रहालय को लोग देखने के लिए आते हैं।
- स्थल का पता : प्रभास पाटण संग्रहालय, सोमनाथ, गुजरात
- दर्शन का समय : सुबह 10:30 से शाम के 5:30 बजे तक
- स्थल का प्रकार : पुरातात्विक संग्रहालय
- शुल्क : 5 रुपिय, फोटोग्राफी के लिए शुल्क अलग लिया जाता हैं।
गिर राष्ट्रीय उद्यान, जंगल सफ़ारी
गिर राष्ट्रीय उद्यान जिसे सासन गिर भी कहा जाता है, यह उद्यान गुजरात के पर्यटक स्थलों में से खास माना जाता है, गिर राष्ट्रीय उद्यान गुजरात के गिर जिले में स्थित हैं, यह राष्ट्रीय उद्यान एशिया शेरो का एक प्राकृतिक निवास स्थान है उसके अलावा अन्य वन्य प्राणिओ और पक्षिओ का निवास स्थान हैं सोमनाथ (Somnath) मंदिर से गिर राष्ट्रीय उद्यान की दुरी करीब 80 किलोमीटर हैं।
गिर राष्ट्रीय उद्यान कुल 1424 वर्ग किलोमीटर में फैला हुवा हैं जिसमे 258 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र ने राष्ट्रीय उद्यान के रूप में संरक्षित है उसके अलावा शेष 1153 वर्ग किलोमीटर वन्यजीव अभ्यारण के अंतर्गत आता है, यहाँ आपको तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, सांभर के अलावा अन्य जिव जंतु और पक्षियों को देखने का मौका मिल सकता है सफारी यात्रा के दौरान।
- स्थल का पता : सासन गिर, गिर सोमनाथ, गुजरात
- पर्यटक समय :
- ओक्टम्बर से फेब्रुअरी :सोमवार से रविवार 6:30 AM से 9:30 AM, 9:30 AM से 12:30 PM, 3:00 PM से 6:00 PM
- मार्च से जून : सोमवार से रविवार 6:00 AM से 9:00 AM, 9:00 AM से 12:00 PM, 4:00 PM से 7:00 PM
- स्थल का प्रकार : राष्ट्रीय उद्यान
- यात्रा शुल्क:
- भारतीय नागरिक के लिए एक ग्रुप ( 5 व्यस्क और एक बचा) 4300 से 6500 रुपिय
- फोरेनर : 15500 से 17500 के बिच हो सकती है।
- ज्यादा जानकारी के लिए : girlionsafari.com
जूनागढ़ एक ऐतिहासिक पर्यटक स्थल
जूनागढ़ एक ऐतिहासि, धार्मिक और पौराणिक स्थापत्य कला का एक जीता जागता उदाहरण हैं, जूनागढ़ गुजरात राज्य में स्थित हैं, और जूनागढ़ स्थल सोमनाथ (Somnath) मंदिर से 93.9 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है, यहाँ आप सड़क मार्ग के माध्यम से और रेल मार्ग के माध्यम से यात्रा कर सकते हैं, जूनागढ़ में कई प्रमुख आकर्षक केंद्र पर्यटक के लिए शामिल हैं जिन में
- उपरकोट किला
- महाबल मकबरा
- गिरनार पर्वत
दीव एक केंद्र शासित द्वीप
दीव एक केंद्र शासित प्रदेश गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित खूबसूरत समुद्र के स्थित बसा हुवा द्वीप है, सोमनाथ मंदिर से दीव की दुरी 83.7 किलोमीटर हैं, दीव मुख्य रूप से पुर्तगाली वास्तुकला और प्राकृतिक सुंदरता के लिए बेहद प्रसिद्ध स्थल है और सोमनाथ (Somnath) से यहाँ सड़क मार्ग के द्वारा यात्रा की जा सकती हैं।
दीव के मुख्य आकर्षक केंद्र में
- दीव का किला
- नागोआ बीच
- सेंट पॉल चर्च
- घोघला बीच
द्वारका देवो की भूमि पर्यटक स्थल
द्वारका एक गुजरात राज्य के पश्चिम तट पर स्थित एक प्राचीन धार्मिक और ऐतिहासिक भगवान श्रीकृष्ण की नगरी के रूप में लोक प्रसिद्ध है, यह सोमनाथ मंदिर से 233 किलोमीटर की दुरी पर स्थित हैं। द्वारका में मुख्य पर्यटक स्थल
- द्वारकाधीश मंदिर
- रुक्मणि देवी मंदिर
- गोमती घाट
- बेट द्वारका
सोमनाथ (Somnath) पहुंचने का माध्यम
जैसे की हमने देखा गुजरात सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है यह एक धार्मिक और पर्यटक स्थल होने की वजह से यहाँ आपको यात्रा के लिए हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग के माध्यम से सोमनाथ मंदिर और इसके निकट स्थान पर आसानी से यात्रा की जा सकती है।
हवाई मार्ग से सोमनाथ की यात्रा
सोमनाथ (Somnath) के निकटम हवाई अड्डा की बात करे तो दीव हवाई अड्डा जो सोमनाथ मंदिर से करीब 63 किलोमीटर की दुरी पर है, दूसरा निकट हवाई अड्डा राजकोट हवाई अड्डा है जहां से सोमनाथ मंदिर करीब 195 किलोमीटर पर स्थित है, यहाँ से आप आसानी से सोमनाथ के लिए हवाई मार्ग से यात्रा करने के बाद सड़क मार्ग और रेल मार्ग से यात्रा कर सकते हो।
रेल मार्ग से सोमनाथ की यात्रा
रेल मार्ग के माध्यम से यात्रा के लिए देखे तो सोमनाथ रेलवे स्टेशन है, यहाँ पर गुजरात के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग के माध्यम से यात्रा की जा सकती है, सोमनाथ (Somnath) मंदिर तक यात्रा करने के लिए आपको अहमदाबाद, वेरावल, राजकोट और जूनागढ़ से ट्रेन की यात्रा से सोमनाथ तक पंहुचा जा सकता है।
- सोमनाथ (Somnath) की यात्रा के लिए महत्तम ट्रेन
- सोमनाथ एक्सप्रेस (19251/19252) अहमदाबाद से सोमनाथ के बिच चलती है।
- ओखा सोमनाथ ट्रैन : ओखा और सोमनाथ के बिच चलती हैं।
सड़क मार्ग से सोमनाथ की यात्रा
सोमनाथ (Somnath) सड़क के माध्यम से पूरे गुजरत के अन्य राज्य से जुड़ा हुवा है, उस वजस से आपको सोमनाथ की यात्रा के लिए गुजरात परिवहन निगम की बस सेवा के माध्यम से निकट शहर अहमदाबाद, राजकोट, जूनागढ़, दीव, वेरावल, द्वारका से आपको आसानी से बस मिल जाती है। उसके अलावा आपको प्राइवेट टेक्सी या अपने खुद के वाहन से आप यात्रा कर सकते हैं।
सोमनाथ में रुकने के लिए क्या करे
सोमनाथ (Somnath) में यात्रा के दौरान ठहरने के लिए आपको कई सुविधा मिल जाती है जिन में धर्मशला से लेकर होटल रिसोर्ट के अलावा आश्रम जैसी कई सुविधा मिल जाती हैं जिनका उपयोग करके आप यहाँ यात्रा के दौरान आराम और ठहरने के लिए व्यवस्था हो सकती हैं। आप इनकी ओफ्फिसिएल वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग करवा सकते हैं।
- सोमनाथ ट्रस्ट विश्राम गृह
- होटल और रिसॉर्ट्स
- ध फेर्न रेसीडेन्सी सोमनाथ होटल
- ध लॉर्डस इन् सोमनाथ होटल
- मध्यम बजट होटल
- होटल सोमनाथ सागर
- होटल सन प्लाज़ा
- सस्ते होटल
- श्री सोमनाथ सदान
- होटल श्री सोमनाथ
- आश्रम और घर्मशाला
- रामकृष्ण मिशन आश्रम
- गाँधी आश्रम
- स्वदेशी घर्मशाला
सोमनाथ में भोजन की व्यवस्था
सोमनाथ (Somnath) यात्रा के दौरान आपको सोमनाथ में मुख्य भोजन में गुजरती भोजन दाल, चावल, सब्जी, पापड़ के अलावा अन्य गुजरती भोजन आपको आसानी से भोजन के लिए मिल जाते है, यहाँ आपको कई गुजरती भोजन के लिए रेस्टोरेंट मिल जाते है जिन में 120 से लेकर 500 रुपिय तक आपको भोजन मिल जाता है, उसके अलावा यह एक धार्मिक स्थल होने की वजह से यहाँ शायद ही आपको मांसाहारी भोजन मिले।
सोमनाथ में कैसे घूमे
सोमनाथ में और सोमनाथ के आजुबाजु के स्थान के घूमने के लिए आपको यहाँ के लोकल टैक्सी, रिक्षा और बस की सुविधा है जिसे आप कम खर्च में सोमनाथ और उनके आस- पास के जगह में घूम सकते हो उसके अलावा सोमनाथ मंदिर से आजु बाजू के जगह पे घूमने जाने के लिए आप गुजरात परिवहन निगम बस का उपयोग या रेल मार्ग का उपयोग कर सकते हो।
सोमनाथ घूमने का सबसे अच्छा समय
सोमनाथ (Somnath) और सोमनाथ के आस-पास घूमने की जग़ह के लिए घूमने जाने का समय मौसम के हिसाब से देखे तो अक्टूबर से मार्च के बिच का समय सही माना जाता है क्यों की इन दिनों में यहाँ मौसम बड़ा सुहाना और ठंडा होता है उस वजह से आपको ज्यादा थकान और गर्मी की समस्या नहीं होती है
अक्टूबर से मार्च (सर्दी का मौसम)
- सोमनाथ का मौसम ठंडा और शुष्क होता है जिसे यात्रा करना आराम दायक हो सकता है
- तापमान 20 °C से 30 °C के बिच में रहता है
- घूमने लायक स्थल में मंदिर समुद्र तट, संग्रहालय, गुफा
- त्यौहार में दीपावली, मकर संक्रांति
अप्रैल से जून (गर्मी का मौसम)
- इस दौरान यहाँ का मौसम गर्मी का होता है।
- तापमान 35 °C से लेकर 42 °C तक होता है।
- इस दौरान यात्रा करने के लिए सुबह का समय और शाम का समय अच्छा माना जाता है।
जुलाई से सितंबर (बरसात का मौसम)
- बरसात के समय सोमनाथ और आस-पास की जगह में बरसात होती है जो यात्रा को प्रभावित कर सकती है
- तापमान 25 °C से 35 °C तक हो सकता है।
- इस दौरान यहाँ आपको यात्रिको की कम भीड़ देखने को मिल सकती है।
सोमनाथ से विभिन्न शहरों की दुरी
शहर का नाम | सोमनाथ से दुरी सड़क मार्ग |
वेरावल | 8 किलोमीटर, 23 मिनट |
ओखा | 267.1 किलोमीटर, 4 घंटा 23 मिनट |
राजकोट | 197 किलोमीटर, 3 घंटा 39 मिनट |
जूनागढ़ | 93.9 किलोमीटर, 1 घंटा 30 मिनट |
अहमदाबाद | 410 किलोमीटर, 7 घंटा 30 मिनट |
भावनगर | 265.1 किलोमीटर, 5 घंटा 10 मिनट |
वड़ोदरा | 457.1 किलोमीटर, 8 घंटा 42 मिनट |
दीव | 83.7 किलोमीटर, 1 घंटा 50 मिनट |
पोरबंदर | 130.8 किलोमीटर, 2 घंटा 25 मिनट |
जामनगर | 264 किलोमीटर, 4 घंटा 54 मिनट |
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने Somnath Ke Aas Paas Ghumne Ki Jagah (सोमनाथ के आस-पास घूमने की जग़ह) के बारे में विस्तृत से जानकारी के साथ यहाँ घूमने के लिए कैसे जाये, ठहरने के लिए क्या करे भोजन के लिए क्या करे और अन्य घूमने लायक जगह और धार्मिक स्थलों की जानकारी हमने इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुंचने की कोशिश की है, अगर आपको इस पोस्ट के लिए कुछ सुझाव है तो हमने जरूर से बताये।
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FAQ
सोमनाथ मंदिर के पास कौन-कौन सी जगह प्रशिद्ध हैं?
सोमनाथ मंदिर के आस-पास कई दर्शनीय स्थल है जैसे की सोमनाथ बीच,श्री भीड भंजन महादेव मंदिर, श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, कामनाथ महादेव मंदिर जैसे कई स्थान हैं।
क्या सोमनाथ के आस-पास प्राकृतिक स्थल हैं?
हा, सोमानाथ मंदिर के आस-पास कई प्राकृतिक स्थल है जैसे की त्रिवेणी संगम, सोमनाथ बीच, उसके अलावा दुरी पर सासन गिर अभ्यारण जैसे कई प्राकृतिक स्थल हैं।
सोमनाथ घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा हैं?
सोमनाथ में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च (सर्दी का मौसम) अच्छा माना जाता है, क्यों की तब यहाँ का तापमान करीब 20 °C से 30 °C तक होता है।
सोमनाथ से दीव द्वीप कितनी दुरी पर हैं?
सोमनाथ से दीव द्वीप करीब 83.7 किलोमीटर है और यहाँ तक सड़क मार्ग के माध्यम से पहुंचने के लिए करीब 1 घंटा 50 मिनट का समय लगता है।